श्रीविनायक स्तुति
शुद्ध और सर्वव्यापी - ञान से युक्त शिव के प्रिय पुत्र विनायक,
जिनके पाँच हाथ हैं और जिनका मुँह हठी की गरिमा से
सुशोभित है,
जिनका एकमात्र दाँत अर्धचन्द्र जैसा प्रकाशित है |
अपने अन्तर्मन में व्याप्त उन विनायक के पवित्र चरणों की
मैं आराधना करता हूँ
- रूपान्तरकार शिशिर कुमार सिंह 1996